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मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की विशेषताएं। Characteristics of Mentally Healthy People

मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की विशेषताएं।

मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की कुछ विशेषताएं होती है जिसमें से कुछ चुनिंदा विशेषताओं का उल्लेख नीचे किया गया है-

1. आत्म ज्ञान यानी सेल्फ नॉलेज- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की एक प्रमुख खासियत यह है की उसे अपनी इच्छाओं अपनी प्रेरणा यानी मोटिवेशन अपनी भावनाओं और आकांक्षाओं का ज्ञान होता है। मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति यह समझता है कि वह क्या कर रहा है क्यों कर रहा है और उसमें किसी खास तरह की फीलिंग, किसी खास तरह की इमोशंस क्यों आ रहे हैं आदि आदि


2. आत्म मूल्यांकन यानी कि self-evaluation- मानसिक रूप से स्वास्थ्य व्यक्ति आसानी से अपने गुण और दोष चिपक कर लेता है वह अपने बिहेवियर को एक तटस्थ नजरिए से स्टडी करता है और अपने व्यवहार की लिमिटेशंस की जांच करता है।


3. सेल्फ स्टीम - मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति में सेल्फ स्टीम काफी होता है जिसके कारण उसमें आत्मविश्वास आत्मबल और अपने इमोशंस को एक्सेप्ट करते हुए काम करने की एबिलिटी होती है.


4. सुरक्षा का भाव यानी की feeling of security- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति में सुरक्षा की भावना होती है और वह यह समझता है कि वह समाज पर का एक स्वीकृत सदस्य है और उसके आसपास के लोग उसके भाव का आदर करते हैं उसकी इज्जत करते हैं. वह दूसरों के साथ निडर होकर इंटरेक्शन करता है और खुलकर हंसी मजाक में भी भाग लेता है। समूह का दबाव पड़ने के बावजूद भी वह अपनी इच्छाओं को दमित नहीं करने की कोशिश करता है।


5. संतोषजनक रिश्ते बनाए रखने की क्षमता- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की एक खास विशेषता यह है कि वह दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने से खुश होता है वह कभी भी दूसरों के सामने अनरियलिस्टिक डिमांड नहीं पेश करता है जिसके परिणाम स्वरूप उसका संबंध दूसरों के साथ में हमेशा संतोषजनक बना रहता है.


6. सेल्फ केयर यानी खुद का ख्याल रखना- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति की एक विशेषता यह है कि वह साफ सुथरा रहता है वह अपना ख्याल रखता है.






7. प्रोडक्टिविटी और खुश रहने की क्षमता- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति प्रोडक्टिव होता है और वह अपना ध्यान प्रोडक्टिव कार्य करने में लगाते हैं और वह उसे काफी खुश भी रहते हैं वह ऐसे काम में अपना उत्साह एवं मनोबल भी खिलाता है और अपने आपको खुशमिजाज साबित करता है.


8. टेंशन और तनाव की मौजूदगी ना होना- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति में मानसिक तनाव उत्पन्न नहीं होता है और यदि कभी वह भी हो तो वह कुछ देर के लिए होता है या तुरंत वह कंट्रोल कर लिया जाता है. अगर किसी व्यक्ति में टेंशन या तनाव जिसे हम अंग्रेजी में साइक्लोजिकल स्ट्रेस कहते हैं की मौजूदगी है तो कहीं ना कहीं वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है उसको एक अच्छी काउंसलिंग की आवश्यकता पड़ सकती है.


9. अच्छी नींद- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति एक अच्छी और पर्याप्त नींद लेता है। अगर व्यक्ति को नींद आने में समस्या होती है या नींद नहीं आती तो कहीं ना कहीं यह एक अच्छे मानसिक स्वास्थ्य का संकेत नहीं माना जाता । अगर नींद नहीं आ रही है यह नींद आने में समस्याओं का सामना हो रहा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं कहीं ना कहीं यह माना जा सकता है कि व्यक्ति मन से परेशान हैं इस तरह की परिस्थिति में एक अच्छे दोस्त या एक अच्छे काउंसलर की जरूरत होती है जो उस व्यक्ति को समझ सके उसे जरूर ना करें यानी कि उसके बारे में राय ना बनाएं क्योंकि कहीं ना कहीं लोग अपने परेशानी इसलिए शेयर नहीं करते कि उनको लगता है कि यह मेरे बारे में क्या सोचेंगे.


10. नेगेटिव विचारों का ना होना- मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति में नेगेटिव विचार कम पाए जाते हैं और ऐसा देखा जाता है कि वह आशावादी हैं।



सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर कोई व्यक्ति अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर परेशान है और वह किसी मनोवैज्ञानिक - साइक्लोजेस्ट या थैरेपिस्ट या साइकेट्रिस्ट के पास जा रहा है तो भारतीय समाज में उसको पागल करार कर दिया जाता है और खुद भी लोग ऐसा सोचते हैं कि मैं पागल थोड़ी ना हूं जो मैं काउंसलिंग लू. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है एक सामान्य व्यक्ति मानसिक रूप से या हमें ऐसा कह सकते हैं मन से परेशान हो सकता है जिसमें नींद ना आना चिड़चिड़ापन भूख ना लगना किसी काम में मन ना लगना यह सभी लक्षण एक खराब मानसिक स्वास्थ्य के हैं। पारिवारिक कारणों से भी व्यक्ति का मन परेशान रहता है एवं समायोजन दैनिक एडजस्टमेंट करने में समस्या का सामना करना पड़ता है कुछ लोग रिलेशनशिप के टूटने के कारण स्ट्रेस में जाते हैं और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है जैसे पति-पत्नी का अलग होना डाइवोर्स होना या ब्रेकअप होना इन सब कारणों से भी मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।


नोट- प्रस्तुत लेख का संबंध हिल माय हार्ट से नहीं है यह लेखक के स्वयं के विचार हैं.

साइकोलॉजिकल काउंसलिंग एवं मनोवैज्ञानिक थेरेपी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं. धन्यवाद




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